ऐसे बनाएं जामुन का चूर्ण, डायइबिटीज में है फायदेमंद
सेहतराग टीम
डायबिटीज के रोगियों के लिए ना केवल जामुन का फल बल्कि जामुन की गुठली भी पर्याप्त रूप से लाभदायक है। फिर जैसे-जैसे इस बीमारी का प्रकोप हमारी सोसायटी में बढ़ने लगा, वैसे-वैसे जामुन से तैयार अलग-अलग तरह के प्रोडक्ट्स भी मार्केट में आने लगे। लेकिन अगर आप सीजन में जामुन का फल खाएं और बाकी समय में जामनु की गुठली का चूर्ण उपयोग करें तो डायबिटीज की रोकथाम में काफी मदद मिल सकती है।
ऐसे करती है काम-
विशेषज्ञों ने कई अलग-अलग अध्ययनों में इस बात को पाया कि जामुन की गुठली के चूर्ण का सेवन करने से फास्टिंग शुगर में कमी आती है। इसका कारण होते हैं जामुन में पाए जानेवाले जंबोसिस और जंबोलिन तत्व। इन तत्वों की खूबी यह होती है कि ये खाने के साथ बॉडी में गए स्टार्च को शुगर में परिवर्तित होने की प्रक्रिया को बेहद धमा कर देते हैं। ऐसे में ब्लड शुगर की मात्रा अचानक नहीं बढ़ पाती है और पेशंट को राहत मिली रहती है।
ऐसे बनाएं जामुन का चूर्ण-
आपको हर्बल दवाइयों की दुकान पर या आयुर्वेदिक मेडिकल स्टोर्स पर जामुन की चूर्ण मिल सकती है। लेकिन आप चाहें तो इसे खुद भी घर में तैयार कर सकते हैं। इसके लिए जामुन की गुठलियों को छाया में 10 से 15 दिन तक सुखाएं और फिर इनका छिलका उतारकर इन्हें पीसकर स्टोर कर लें। जामुन के गूदे को आप खा सकते हैं या इसका शेक बना सकते हैं।
इन बातों का रखें ध्यान
- अगर आप किसी भी तरह की सर्जरी करा चुके हैं या कराने की तैयारी कर रहे हैं तो इसक चूर्ण का उपयोग करने से पहले अपने डॉक्टर से अवश्य सलाह लें।
- प्रेग्नेंट महिलाओं को भी स्त्री रोग विशेषज्ञ के परामर्श के बाद ही इस चूर्ण का सेवन करना चाहिए। अन्यथा नहीं करना चाहिए।
- सिर्फ बीमारी होने पर ही नहीं बीमारी की रोकथाम के लिए भी आप औषधि की तरह इस चूर्ण का उपयोग कर सकते हैं। लेकिन किसी वैद्य की सलाह के बाद ही ऐसा करें।
(साभार- नवभारत टाइम्स)
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